ढाई करोड़ से अधिक का सट्टा हिसाब जब्त, भेजा जेल-
दमोह। आईपीएल क्रिकेट के अंतिम दिनों में सट्टा खिलाने वालों पर फिर एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। इस बार पुलिस ने एक आरोपी के पास से ढाई करोड़ से अधिक के क्रिकेट सट्टे के हिसाब को बरामद किया है। पुलिस कार्रवाई के दौरान आरोपी के परिजनों और पुलिस के बीच वाद विवाद, मारपीट, झूमा झटकी जैसे हालात भी निर्मित होने तथा सत्तारूढ़ दल के कुछ नेताओं व तथाकथित खबरचियो द्वारा मामले को रफा-दफा कराने आधी रात तक प्रयास किए जाने जैसे हालात भी सामने आए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दमोह शहर के तीनगुल्ली इलाके में आईपीएल क्रिकेट का बड़ा सट्टा खिलाए जाने की जानकारी लगने पर बीती रात पुलिस टीम, महिला पुलिस और साइबर सेल टीम के साथ मौके पर पहुंची थी। पुलिस द्वारा आरोपी बालमुकुंद उर्फ बल्लू राठौर को पकड़े जाने पर उसके परिवार के लोगों द्वारा पुलिस के साथ बाद विवाद करते हुए तलाशी सर्चिंग से रोकते हुए शासकीय कार्य में बाधा के हालात निर्मित किए गए। यहा तक कि कुछ पुलिस कर्मी घायल भी हुए।
मामले में सीएसपी मुकेश अविद्रा द्वारा प्रेषित किए प्रेस नोट के अनुसार कोतवाली पुलिस ने आरोपी बालमुकुंद राठौर निवासी तीन गुल्ली के पास से दो मोबाइल, 400 रु नगद और आईपीएल सट्टे का 2 करोड़ 54 लाख 37 हजार 983 रुपए का हिसाब बरामद किया है। आरोपी बल्लू राठौर तथा परिवार के 8 अन्य सदस्यों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट, सट्टा एक्ट जैसे मामलों को लेकर कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध किया गया। धारा 353, 332, 186, 146, 147, 148, 323, 324, 294, 224, 109, 4(क) सट्टा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। शनिवार को आरोपी बल्लू राठौर को न्यायालय में पेश किए जाने के बाद जेल भेज दिया गया है।
इस बहुचर्चित प्रकरण को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं सरगम रही। बताया जा रहा है कि देर रात चेन्नई और दिल्ली के मैच के दौरान पुलिस कार्रवाई की गई थी। इस दौरान हुए विवाद में आरोपी की मां तथा एक पुलिस कर्मी को चोट आई थी। बाद में पुलिस मुख्य आरोपी तथा क्रिकेट सट्टे के कारोबार से जुड़ी सामग्री को लेकर कोतवाली आ गई। वहीं इस कार्रवाई के विरोध में आरोपी के कुछ परिजन तथाकथित खबर नवीसो और कांग्रेस नेताओं के जरिए कोतवाली टीआई पर दबाव बनाने का प्रयास आधी रात के बाद तक करते रहे थे।
इधर ढाई करोड़ से अधिक का किर्केट सट्टे का हिसाब बरामद करने के बाद भी पुलिस द्वारा इस मामले मे मुख्य आरोपी को रिमांड पर क्यों नहीं लिया गया ? शाम तक मीडिया को मामले की जानकारी से दूर रखने की कोशिश क्यों कि जाती रही ? तथा इस कार्यवाही में कौन-कौन पुलिस अधिकारी कर्मचारी शामिल थे उनके नाम पुलिस प्रेस नोट में क्यों नहीं दिए गए ? यह सवाल फिलहाल अनुत्तरित हैं।
इस करवाई में कौन कौन शामिल रहा, किन नेताओ तथा खबरनवीसों के द्वारा मामले को रफा-दफा कराने प्रयास किए जाते रहे तथा क्रिकेट सट्टे के तार कहां तक फैले थे, मारपीट में दोनों पक्षों से कौन-कौन घायल हुए आदि अपडेट देने हम प्रयासरत हैं। आपके पास इस मामले को लेकर और कोई अपडेट, फोटोग्राफ्स, वीडियो हो तो हमें जरूर प्रेषित करें। आपका नाम और पहचान गुप्त रखी जाएगी।
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