भीषण आग के बाद निर्मित हुए हड़कंप के हालात-
पन्ना। हनुमान जयंती के दिन पन्ना के अजयगढ़ चौराहा क्षेत्र में स्थित बीएसएनल के ऑफिस के पास से धुंए के साथ आग की ऊंची ऊंची लपटें उठती देख कर इलाके में हड़कंप के हालात निर्मित हो गए। देखते ही देखते लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और पुलिस फायर बिग्रेड को सूचना दी गई। बाद में पन्ना नगरपालिका की फायर बिग्रेड में मौके पर पहुंचकर इसके बाद आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया गया।
रावण की लंका में हनुमान की पूंछ से आग लग जाने और सब कुछ तहस-नहस हो जाने की कहानी तो सभी ने सुन रखी है। परन्तु आज हनुमान जयंती के मौके पर दूर से नजर आ रही आग की लपटों को देख कर पन्ना वासी आश्चर्य के साथ हैरत में पड़ते नजर आए। लोगों को जब पता लगा अजय गढ़ चौराहा स्थित बीएसएनएल कैंपस में आग लग गई है तो लोगों का हुजूम इसी तरह बढ़ता नजर आया।
वहीं कोतवाली पुलिस के साथ नगर पालिका की फायर बिग्रेड भी मौके पर पहुंची तथा आग बुझाने की कोशिश शुरू की गई। तेज हवा के झोंकों के साथ भीषण होती आग की लपटें फायर बिग्रेड की बौछार से काबू होने की वजाए बेकाबू होती रही। क्योंकि जिस सामग्री में आग लगी थी उसमें प्लास्टिक रबड़ युक्त केवल सामग्री तथा कबाड़ भी शामिल था। समीप ही बीएसएनएल के अधिकारी कर्मचारियों के आवासी कॉलोनी भी स्थित होने से घण्टो चिंताजनक हालत बने रहे।
करीब 2 घंटे की कोशिशों के बाद आग पर जब काबू पाया गया, तब तक वहां मौजूद अधिकांश सामग्री जल कर खाक हो चुकी थी। बीएसएनएल ऑफिस में इस इस आगजनी की वजह से हड़कंप के हालात बने रहे वही अधिकारी घटना की वजह बताने से बचते रहे। इस भीषण अग्नि दुर्घटना में बीएसएनएल की लाखों की स्टोर की गई केबिल आदि के अलावा कबाड़ तथा अन्य उपयोगी सामग्री भी जलकर खाक हो जाने की संभावना जताई जा रही है।
वही यह पूरा घटना क्रम हादसा था या फिर इसके पीछे कोई साजिश थी ? इसकी पतासाजी में कोतवाली पुलिस की टीम जुटी हुई है। जांच के बाद ही अग्निकांड की वजह का पता लग सकेगा। लेकिन दिनदहाड़े हुए इस अग्निकांड तरह-तरह की चर्चाओं के साथ लापरवाही की स्थिति को भी उजागर करके रख दिया है।
पन्ना। हनुमान जयंती के दिन पन्ना के अजयगढ़ चौराहा क्षेत्र में स्थित बीएसएनल के ऑफिस के पास से धुंए के साथ आग की ऊंची ऊंची लपटें उठती देख कर इलाके में हड़कंप के हालात निर्मित हो गए। देखते ही देखते लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और पुलिस फायर बिग्रेड को सूचना दी गई। बाद में पन्ना नगरपालिका की फायर बिग्रेड में मौके पर पहुंचकर इसके बाद आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया गया।
वहीं कोतवाली पुलिस के साथ नगर पालिका की फायर बिग्रेड भी मौके पर पहुंची तथा आग बुझाने की कोशिश शुरू की गई। तेज हवा के झोंकों के साथ भीषण होती आग की लपटें फायर बिग्रेड की बौछार से काबू होने की वजाए बेकाबू होती रही। क्योंकि जिस सामग्री में आग लगी थी उसमें प्लास्टिक रबड़ युक्त केवल सामग्री तथा कबाड़ भी शामिल था। समीप ही बीएसएनएल के अधिकारी कर्मचारियों के आवासी कॉलोनी भी स्थित होने से घण्टो चिंताजनक हालत बने रहे।
करीब 2 घंटे की कोशिशों के बाद आग पर जब काबू पाया गया, तब तक वहां मौजूद अधिकांश सामग्री जल कर खाक हो चुकी थी। बीएसएनएल ऑफिस में इस इस आगजनी की वजह से हड़कंप के हालात बने रहे वही अधिकारी घटना की वजह बताने से बचते रहे। इस भीषण अग्नि दुर्घटना में बीएसएनएल की लाखों की स्टोर की गई केबिल आदि के अलावा कबाड़ तथा अन्य उपयोगी सामग्री भी जलकर खाक हो जाने की संभावना जताई जा रही है।
वही यह पूरा घटना क्रम हादसा था या फिर इसके पीछे कोई साजिश थी ? इसकी पतासाजी में कोतवाली पुलिस की टीम जुटी हुई है। जांच के बाद ही अग्निकांड की वजह का पता लग सकेगा। लेकिन दिनदहाड़े हुए इस अग्निकांड तरह-तरह की चर्चाओं के साथ लापरवाही की स्थिति को भी उजागर करके रख दिया है।
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