अनुपस्थित 54 शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकी गई-
दमोह। जिले में नए शिक्षा सत्र के साथ स्कूलों में प्रवेश उत्सव के दौरान जिस तरह से शिक्षकों ने लापरवाही का परिचय दिया है उसका खामियाजा भी उनको तत्काल ही भुगतना पड़ा है। बुधवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की दो टीमों द्वारा की गई निरीक्षण जांच कार्यवाही में स्कूलों से नदारद पाए गए 54 शिक्षकों के खिलाफ असंचयी प्रभाव से वेतन वृद्धि रोकने की कार्यवाही की गई है। जिसकी खबर लगने से संबंधित शिक्षकों के अलावा अन्य शिक्षकों में भी हड़कंप के हालात बने हुए हैं।
शिक्षा विभाग के सहायक संचालक पीपी सिंह के साथ जिला शिक्षा अधिकारी रवि सिंह बघेल ने जबेरा, गुबरा कला, कुसमी मानगढ़, सिंगरामपुर क्षेत्रों में दर्जनों स्कूलों का निरीक्षण किया। दूसरी और सहायक परियोजना अधिकारी डीके रतले के साथ विकासखंड शिक्षा अधिकारी बीएस राजपूत ने हटा, लुहारी, बनगांव, नकटी, गैसाबाद, हिनोता, मुहराई, कचनारी सहित दर्जनों गांव की प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूलों का निरीक्षण कर जमीनी हकीकत जानी।
इस दौरान विभिन्न स्कूलों में शिक्षक गण नदारद मिले जिनकी बाकायदा सूची तैयार करके असंचयी प्रभाव से एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश तत्काल जारी कर दिए गए हैं। अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई के शिकार हुए शिक्षकों में अध्यापक, सहायक अध्यापक, प्रधानाध्यापक आदि शामिल बताए गए हैं। अप्रैल माह के तीसरे दिन हुई इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग के साथ साथ अन्य विभागों में भी हड़कंप के हालात बने हुए हैं। आमजन इस कार्रवाई को चुनाव आचार संहिता से जोड़ते आचार संहिता के दौरान अधिकारियों के बिना किसी राजनीतिक दबाव के कार्य करने की स्थिति से संबद्ध करते हुए भी नजर आ रहे हैं।
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