115 वर्ष की उम्र वाली नानी का लकवा भी ठीक हुआ-
गढाकोटा। सागर जिलेे के गढ़ाकोटा कस्बे में करीब 115 साल की उम्र की नानी मांं की जानकारी सामने आई है। इतनी उम्र बीत जानेेे के बाद उनकी याददाश्त ठीक है, आंखो से भी नजर आता है, 70% दांत ठीक होने से भोजन भी चबा लेती हैं। लकवा ठीक हो जाने के बाद स्वयं चलती फिरती है। सबसेेेे खास बात यह है कि उनके सिर पर काले बाल भी फिर से आने लगे हैं।
गढाकोटा में भगतसिंह वार्ड स्थित प्रतिष्ठित पाठक परिवार की नानी भगवती वाई अवस्थी अपने नाती के घर पर लगभग 53 वर्ष से रह रही हैं। नाती जागेश्वर पाठक ने बताया कि मेरी मां का स्वर्गवास बचपन में हो गया था हम लोग तीन भाई है जिनकी परवरिश हमारी नानी ने की है। मां को तो देखा नहीं पर मां के रूप में नानी को ही देखा है। नानी का मायका कुमरई का है।कक्षा 4 तक पढी है नानी दो वहने थी।उनकी शादी दमोह जिले के हटा के विलौनी ग्राम में हुई थी। जहां आज भी नानी की संपत्ति मौजूद है।
नाना मन्नूलाल अवस्थी अग्रोजो के समय में नागपुर में थानेदार थे जिनके दस्तावेज आज भी वहां उपलब्ध है। सन् 1947 देश आजाद होने के पहले नाना वागी हो गये ओर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के साथ अग्रेजो से मुठभेड़ करने लगे तो अग्रेजो ने उनका एनकाउंटर कर दिया था। नानी की शादी 13 वर्ष की उम्र में हुई तो विधवा 26 वर्ष की उम्र में। उस समय मेरी मां सुहागरानी पेट में थी जिन की शादी आगे चलकर पिता केशव पाठक से हुई थी।
नानी के नाम से नगर में जाने जानी वाली भगवती वाई को पड़ोसी व मुहल्ले के सभी छोटे बड़े महिला पुरुष बहुत सम्मान देते हैं। इस संवाददाता ने जब नानी से बात की तो देखा कि तो नानी के सिर मे काले वाल आ रहे हैं ।तो वहीं आंखों के ऊपर की भौय भी काली है। देखने व सुनने के साथ इस उम्र में नानी के 70 प्रतिशत दांत है ।नानी ने बताया कि हाल में उन्हें लकवा लग गया था जो ठीक हो गया है। नानी ने अपनी सेहत का राज शुद्ध सात्विक भोजन और नियमित दिनचर्या बताया है।
नानी से देश की राजनीति व चुनाव के वारे में चर्चा की तो उनका कहना था कि मैंने अपने जीवन काल में बहुत वार मतदान किया है। जहा तक याद है हमेशा गोपाल भार्गव को ही वोट दी है। नानी मां स्वास्थ्य दीर्घायु रहें और उनकी पुरानी यादें समाज का मार्गदर्शन देती रहे। इन्हीं मंगल भावनाओं के साथ। गढ़ाकोटा से रवि सोनी की रिपोर्ट
1 Comments
👌👌👌
ReplyDelete