प्रदेश के नगरीय प्रशासन विभाग ने मंजूर किए 6 करोड़-
दमोह। नगर के वर्तमान बसस्टेंड के नवीनीकरण हेतु मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने आनन फानन में 6 करोड रुपए की मंजूरी दे दी है। वहीं उक्त जमीन पर निर्माण कार्य कराने हेतु परिवहन विभाग को तुरंत एनओसी दिए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। रविवार को कांग्रेस विधायक राहुल सिंह द्वारा किए जाने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम की जोरदार तैयारियां बसस्टेंड पर की गई है। इधर बसस्टेंड मुद्दे को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता जिला भाजपा अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तक सिमट कर रह गई।मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद विधायक राहुल सिंह ने बसस्टेंड के कायाकल्प हेतु पिछले दिनों बस यूनियन के पदाधिकारियों तथा दुकानदारों से चर्चा की थी। इस दौरान प्राइवेट तथा सरकारी दोनों बसस्टेंड को मिलाकर सर्व सुविधा युक्त बसस्टेंड निर्माण का प्रस्ताव सामने आने पर इसके लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजकर राशि की मांग की गई थी। प्रदेश के नगरी प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह द्वारा बसस्टेंड के नवीनीकरण हेतु 6 करोड़ की राशि स्वीकृत के जाने के बाद रविवार 3 मार्च को भूमि पूजन समारोह आयोजित किया गया है।
बसस्टेंड के भूमि पूजन समारोह के प्रचार हेतु शहर में जगह-जगह लगाए गए फ्लेक्सों में कांग्रेस विधायक राहुल सिंह और प्रभारी मंत्री प्रभु राम चौधरी के साथ नगर पालिका अध्यक्ष भाजपा नेत्री मालती असाटी की फोटो एवं नाम को भी स्थान दिया गया था। परंतु भाजपा नेताओं द्वारा बसस्टेंड के नव निर्माण कार्य में अड़ंगा लगाने के लिए पीआईसी की बैठक में मंजूरी नहीं मिलने तथा टेंडर आदि नहीं होने की बात कही गई।
इसी को लेकर पूर्व विधायक पूर्व मंत्री जयंत मलैया जिला भाजपा अध्यक्ष देवनारायण श्रीवास्तव और नगर पालिका अध्यक्ष मालती असाटी द्वारा 2 मार्च को दोपहर 12 बजे पत्रकार वार्ता बुलाई गई थी। पत्रकार वार्ता के ठीक पहले सांसद प्रहलाद पटेल ने इस मामले को लेकर जहां भाजपा पदाधिकारियों की जमकर खबर ली वहीं पूर्व मंत्री जयंत मलैया को श्री पटेल अपने साथ बाइक पर बैठाकर कमल संदेश यात्रा में ले गए। जिससे बसस्टेंड मुद्दे को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता जिला भाजपा अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तक सिमट कर रह गई।
नगर पालिका अध्यक्ष मालती असाटी का कहना था कि उनकी बिना परमिशन के फ्लेक्स में फोटो तथा नाम दिया गया है। इसको लेकर एफआईआर कराने की चर्चा की जाती रही। लेकिन शाम को भाजपा के कुछ पार्षद प्रतिनिधि ही इसकी शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में नजर आए।
इधर इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेसी विधायक राहुल सिंह का कहना था कि हम लोग दलगत राजनीति से ऊपर उठकर नगरपालिका दमोह की प्रथम नागरिक के साथ मिलकर इस नए बस स्टैंड की आधारशिला रखना चाहते थे। पर उनकी प्रेसवार्ता को सुनने के बाद लगता है कि उनके ऊपर कोई प्रेसर बना दिया गया है जिससे वो नही चाहती कि बस स्टैंड का नवीनीकरण हो। राहुल का कहना है कि उनकी दिली तमन्ना थी कि बस स्टैंड के निर्माण में नगरपालिका की अहम भूमिका रहे, कंधे से कंधा मिलाकर हम क्षेत्र के विकाश के लिए मिलकर काम करना चाहते थे, पर अब लगता नही है कि उनका सहयोग हमारे इस जनहित के कार्य मे मिलेगा।
नगरीय प्रशासन विभाग से 6 करोड़ रुपये की राशि बस स्टैंड के लिए स्वीकृत हो चुकी है इस बात की जानकारी माननीय मंत्री श्री जयवर्धन सिंह जी दी है। और परिवहन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र की बात मंत्री गोविंद सिंह से हो चुकी है। भूमि पूजन के उपरांत हम Pwd / Res किसी अन्य शासकीय एजेंसी को राशि ट्रांसफर कर टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से जनहित में बस स्टैंड का निर्माण कराने की बात विधायक राहुल सिंह ने कही है।
नगरीय प्रशासन विभाग से वर्तमान बसस्टेंड के नवीनीकरण कार्य हेतु 6 करोड़ की मंजूरी के लिए नक्शा प्रस्ताव आदि तैयार कराने से लेकर इसकी स्वीकृति में नगरपालिका के किस चर्चित अधिकारी की दमोह से भोपाल महती भूमिका रही तथा नगर पालिका अध्यक्ष की पर्दे के पीछे से क्या भूमिका रही इसकी अपडेट के साथ जल्द मिलते हैं। इस कार्य का विरोध करने वाले पार्षद सभापति नगरी प्रशासन विभाग से बसस्टेंड निर्माण हेतु 6 करोड़ की स्वीकृति की खबर के बाद क्या सोच रहे होंगे यह बता पाना बेहद आसान है। समझदार को इशारे के तौर पर यही कहा जा सकता है जो एजेंसी 6 करोड़ का बसस्टेंड का कार्य कर आएगी इसका कमीशन उसी विभाग के अधिकारियों और संबंधित के खाते में जाएगा। ऐसे में देखना होगा बसस्टेंड के नवीनीकरण कार्य का विरोध करने वाला नगर पालिका के तबके का इस मामले में आगे क्या रुख रहता है। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट
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