शिप्रा नदी के घाटों का निरीक्षण करेंगे मुख्य सचिव-
ज्ञात रहे की शनि अमावस्या के दिन शिप्रा नदी में स्नान के लिए श्रद्धालुओं को पानी ही नसीब नहीं हो पाया था और उस स्नान को कीचड़ स्नान का नाम दिया गया था ।इस प्रकरण में लापरवाही के मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के निर्देश पर राज्य शासन ने लोगों की भावना को देखते हुवे उज्जैन के तत्कालीन कमिश्नर और कलेक्टर का तबादला कर दिया था। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ इस धार्मिक उत्सव पर यह सुनिश्चित करना चाहते है कि मकर संक्रांति के दिन उज्जैन में शिप्रा नदी में स्नान के लिए पानी उपलब्ध हो और यह आयोजन पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाए । इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया स्वयं उज्जैन जाकर तैयारियों को देख रहे हैं। आशुतोष शर्मा की रिपोर्ट
भोपाल। पिछले दिनों अमावस्या के मौके पर उज्जैन के क्षिप्रा नदी के घाटों पर अव्यवस्था के कारण श्रद्धालुओं को जिस तरह से परेशानी का सामना करना पड़ा था उसे ध्यान में रखकर अब प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के निर्देश पर मकर संक्रांति के पूर्व ही शिप्रा के घाटों पर व्यवस्थाएं बनवाने कवायद तेज कर दी है इसी कड़ी में मुख्य सचिव हेलीकॉप्टर से 13 जनवरी को दोपहर 12:45 बजे उज्जैन पहुंचेंगे उज्जैन पहुंच रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के निर्देश पर प्रदेश के मुख्य सचिव एसआर मोहंती 13 जनवरी को उज्जैन का दौरा कर मकर संक्रांति पर शिप्रा नदी के घाटों पर होने वाले स्नान संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। उक्त जानकारी प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी सैयद जाफर ने दी। श्री जाफर ने आगे बताया कि श्री मोहंती इस संबंध में उज्जैन में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में व्यवस्थाओं की समीक्षा भी करेंगे। अपर मुख्य सचिव राधे श्याम जुलानिया, प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल और विवेक अग्रवाल भी दौरे में मोहंती के साथ रहेंगे।बैठक के बाद मोहंती अधिकारियों के साथ शिप्रा नदी के घाटों का निरीक्षण भी करेंगे।
ज्ञात रहे की शनि अमावस्या के दिन शिप्रा नदी में स्नान के लिए श्रद्धालुओं को पानी ही नसीब नहीं हो पाया था और उस स्नान को कीचड़ स्नान का नाम दिया गया था ।इस प्रकरण में लापरवाही के मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के निर्देश पर राज्य शासन ने लोगों की भावना को देखते हुवे उज्जैन के तत्कालीन कमिश्नर और कलेक्टर का तबादला कर दिया था। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ इस धार्मिक उत्सव पर यह सुनिश्चित करना चाहते है कि मकर संक्रांति के दिन उज्जैन में शिप्रा नदी में स्नान के लिए पानी उपलब्ध हो और यह आयोजन पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाए । इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया स्वयं उज्जैन जाकर तैयारियों को देख रहे हैं। आशुतोष शर्मा की रिपोर्ट
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