4 घंटे से अधिक चला भाजपा का धरना प्रदर्शन-
दमोह। गाली गलौच मामले में जुवानी सयंम खोने वाले भाजपा-कांग्रेस नेताओं के बीच एक दूसरे के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कराने के मामले में चल रही नूरा कुश्ती मैं रेफरी की भूमिका निभा रही पुलिस के बड़े अधिकारी को आखिरकार निष्पक्ष डिसीजन का आश्वासन देना पड़ा। इसके बाद ही कोतवाली कैंपस में चले भाजपा के 4 घण्टे के हल्ला बोल धरना प्रदर्शन पर विराम लग सका।
रविवार दोपहर 12:30 बजे कोतवाली का घेराव करने के लिए एकत्रित हुए भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों की भीड़ बढ़ने के साथ पुलिस तथा पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की टेंसन बढ़ती चली गई। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष मालती असाटी ने एसडीएम रविंद्र चोकसे और सीएसपी आलोक शर्मा के समक्ष पिछले दिनों घंटाघर पर मुख्यमंत्री के पुतला दहन के दौरान निर्मित हुए हालात को लेकर खुलकर अपनी बात रखी।
इधर महिला मोर्चा की पूर्व जिला अध्यक्ष और तेजतर्रार महिला नेत्री कविता राय भी पीछे नहीं रही। उन्होंने भी भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले में खात्मे की मांग करते हुए ईट से ईट बजा देने तक की चेतावनी दे डाली।
ऐसे में भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री सतीश तिवारी भी कैसे पीछे रहते। उन्होंने धारा 294 के मायने बताते हुए कानून के रखवालो द्वारा ही इसकी अनदेखी किए जाने के हालात को बड़े ही बेबाकी के साथ बयान किया।
भाजपा के इस धरना प्रदर्शन में हटा विधायक पीएल तंतुवाय, जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष देवनारायण श्रीवास्तव, पूर्व जिलाध्यक्ष बिहारीलाल गौतम से लेकर जिला भाजपा, महिला भाजपा, युवा भाजपा, नगर और ग्रामीण भाजपा की टीम 12:30 बजे से ही डटी हुई थी। वही दोपहर करीब 2:30 बजे सांसद प्रहलाद पटेल की धरने में एंट्री के साथ कार्यकर्ताओं का उत्साह दुगना हो गया।
सांसद प्रहलाद पटेल इस दौरान कार्यकर्ताओं के साथ जमीन पर बैठकर उत्साहवर्धन करते हुए यहां तक कह दिया कि पुलिस प्रशासन भाजपा के विपक्ष में होने की वजह से उसके कार्यकर्ताओं को कमजोर नहीं समझे। इधर शाम 4 बजे नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के पुत्र युवा नेता अभिषेक भार्गव के कोतवाली पहुंचते ही भाजपा नेता कार्यकर्ताओं का उत्साह चौगुना होते देर नही लगी।
इस दौरान भाजपा के जिला महामंत्री रमन खत्री ने तो यहां तक कह दिया कि अब भाजपा कार्यकर्ता कोर्ट में जाकर गिरफ्तारी ही देंगे। इसके बाद हल्ला बोल, धरना प्रदर्शन का पटाक्षेप एएसपी विक्रम कुशवाहा ने इस आश्वासन के साथ कराया कि भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले की निष्पक्ष विवेचना होगी। कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दिए गए आवेदन की भी जल्द जांच पूरी की जाएगी।
धरना प्रदर्शन के खत्म हो जाने के बाद युवा नेता दीपू भार्गव मीडियो से चर्चा के दौरान यह कहने से नहीं चूके कि कांग्रेस की सरकार आते ही बदले की भावना से भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्यवाही की जाने लगी है। लेकिन भाजपा इस मामले में चुप नहीं बैठेगी।
जबकि युवा नेता सिद्धार्थ मलैया का कहना था कि कांग्रेस की तो यह संस्कृति ही है।आज का धरना प्रदर्शन इसलिए खत्म किया जा रहा है क्योंकि भाजपा को अभी किसानों के मुद्दे को लेकर आंदोलन की तैयारी करना है।
कुल मिलाकर 4 घंटे से अधिक तक चले भाजपा के कोतवाली घेराव बनाम हल्ला बोल धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासनिक अधिकारी जहां बचाव की मुद्रा में नजर आए वहीं भाजपाइयों के तेवर आक्रमक दिखे। वहीं गाली गलौच मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष के अलावा डेढ़ दर्जन नेताओ पर बिना जांच के प्रकरण पंजीबद्ध करने वाली पुलिस अब कांग्रेस नेताओं के खिलाफ गाली गलौच मामले में जांच के बाद प्रकरण दर्ज करने की बात कर रही है।
उक्त हालात सामने आने के बाद यह कहा जा सकता है कि सत्ता परिवर्तन की शीत लहर का असर कहीं ना कहीं पुलिस की जांच को भी ठंडा कर रहा है। जिससे आने वाले दिनों में भाजपा को और मुखर विरोध करने का अवसर मिल सकता है। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट
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