केसीसी लोन पास कराने मांगे थे 15 हजार रुपये-
दमोह। रिश्वतखोरी का दंश चुनाव आचार संहिता के दौरान भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला देश के सबसे बड़े बैंक कहे जाने वाले "एस बीआई" की एक छोटी सी शाखा सदगुवा का है। जिसके मैनेजर को एक अन्य के साथ 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए सागर लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है।
दमोह के असलाना रेलवे स्टेशन के नजदीकी गांव सदगुवा में संचालित भारतीय स्टेट बैंक की ब्रांच से केसीसी लोन पास कराने के लिए विजय पटेल पिता विन्द्रावन पटेल निवासी ग्राम सेमरा बुजुर्ग पथरिया ने अपना व मा के नाम आवेदन किया था। परंतु बैंक मैनेजर प्रभाकर कुमार 15 हजार रुपए की रिश्ववत की मांग करते हुए लोन पास करने में टाला मटोली कर रहे थे। जिसकी शिकायत विजय पटेल द्वारा लोकायुक्त सागर से की गई थी।
मंगलवार दोपहर लोकायत सागर की टीम ने अपना जाल बिछाते हुए रिश्वतखोर बैंक मैनेजर प्रभाकर कुमार और उसके सहयोगी आशीष पटेल बैंक में लगे प्राइवेट कर्मचारी को रिश्वत के 10 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा। रिश्वत की रकम बैंक मैनेजर के कहने पर उसके सहायक आशीष पटेल को दी गई थी। इस वजह से बैंक मैनेजर के अलावा सहयोगी को भी लोकायुक्त टीम ने हिरासत में लेते हुए कार्यवाही की है।
बताया जा रहा है कि प्रबंधक प्रभाकर कुमार द्वारा आशीष पटेल से वाट्सअप पर मैसेज कर आवेदक विजय से रूपये लेने की बात की थी । जिस के बाद लोकायुक्त ने दोनों के मोबाइल सेट भी कब्जे में ले लिए हैं मामले में भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए कार्यवाही जारी है। लोकायुक्त कार्यवाही में निरीक्षक मंजू सिंह, बीएम द्विवेदी सहित लोकायुक्त विवेक सेन भारती की रिपोर्ट
दमोह। रिश्वतखोरी का दंश चुनाव आचार संहिता के दौरान भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला देश के सबसे बड़े बैंक कहे जाने वाले "एस बीआई" की एक छोटी सी शाखा सदगुवा का है। जिसके मैनेजर को एक अन्य के साथ 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए सागर लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है।
दमोह के असलाना रेलवे स्टेशन के नजदीकी गांव सदगुवा में संचालित भारतीय स्टेट बैंक की ब्रांच से केसीसी लोन पास कराने के लिए विजय पटेल पिता विन्द्रावन पटेल निवासी ग्राम सेमरा बुजुर्ग पथरिया ने अपना व मा के नाम आवेदन किया था। परंतु बैंक मैनेजर प्रभाकर कुमार 15 हजार रुपए की रिश्ववत की मांग करते हुए लोन पास करने में टाला मटोली कर रहे थे। जिसकी शिकायत विजय पटेल द्वारा लोकायुक्त सागर से की गई थी।
मंगलवार दोपहर लोकायत सागर की टीम ने अपना जाल बिछाते हुए रिश्वतखोर बैंक मैनेजर प्रभाकर कुमार और उसके सहयोगी आशीष पटेल बैंक में लगे प्राइवेट कर्मचारी को रिश्वत के 10 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा। रिश्वत की रकम बैंक मैनेजर के कहने पर उसके सहायक आशीष पटेल को दी गई थी। इस वजह से बैंक मैनेजर के अलावा सहयोगी को भी लोकायुक्त टीम ने हिरासत में लेते हुए कार्यवाही की है।
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