भाजपा कांग्रेस के बागी हो गए अब समाजवादी-
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान इस बार जिस तरह से भाजपा कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर असंतोष सामने आया है, ऐसा पूर्व के चुनाव में कभी देखने को नहीं मिला। दोनों ही दलों से लंबे समय से चुनाव की तैयारी हेतु अपने क्षेत्र में जन संपर्क में जुटे नेताओं द्वारा पार्टी द्वारा टिकट नहीं देने पर दूसरी पार्टियों का दामन थाम कर या फिर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किए जाने का के हालात लगभग सभी जगह से सामने आ रहे हैं।
बुंदेलखंड का दमोह जिला भी इससे अछूता नहीं है। यहां से रामकृष्ण कुसमरिया पूर्व मंत्री ने भाजपा टिकट नहीं मिलने पर जहां निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल करके सभी को चौंकाया वहीं वरिष्ठ नेता पुष्पेंद्र हजारी ने अपने बेटे अनुराग वर्धन को पथरिया से कांग्रेश टिकट नहीं मिलने पर समाजवादी पार्टी का साथ दिला कर नामांकन दाखिल करा दिया है।
भाजपा के प्रदेश मंत्री ऋषि ने सपा से फार्म भरा-
दमोह। जिले के जबेरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा टिकट के प्रबल दावेदार रहे भाजपा के प्रदेश मंत्री राघवेंद्र सिंह ऋषि लोधी विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन निर्दलीय एवं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र जमा करके सभी को चौंका दिया है।
जबेरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने धर्मेंद्र सिंह लोधी को पार्टी प्रत्याशी बनाया है। यहां से पार्टी के पूर्व प्रत्याशी पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री दशरथ सिंह की टिकट को काटकर धर्मेंद्र को मौका दिया गया है। जबकि पिछले 5 साल से पार्टी के प्रदेश मंत्री ऋषि लोधी गांव गांव में सतत संपर्क करते हुए भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हुए थे। पूर्व सांसद और पूर्व विधायक चंद्रभान सिंह जी यहां से भाजपा टिकट के दावेदार थे परंतु इन सभी की दावेदारी को नजरअंदाज करके धर्मेंद्र को पार्टी टिकट दे दी गई।
जिसके बाद दीपावली के दिन तेजगढ़ हर्रई क्षेत्र में 10,000 से अधिक लोगों ने एकत्रित होकर ऋषि लोधी को पार्टी टिकट नहीं दिए जाने पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया था। तथा भाजपा संगठन तक अपनी बात पहुंचाई थी। परंतु पार्टी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और आखिरकार शुक्रवार को ऋषि लोधी ने समर्थकों के साथ दमोह पहुंचकर निर्दलीय प्रत्याशी तथा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर दो नामांकन पत्र दिए।
भाजपा के प्रदेश मंत्री ऋषि लोधी की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी ऋषि लोधी को जानते हैं ।इसके बाद भी उनकी 5 साल की मेहनत पर पानी फेरते हुए पार्टी टिकट कट कर देना आश्चर्यजनक है। ऋषि ने अपनी टिकट कटने के लिए सांसद पहलाद पटेल को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि दीपावली के दिन भी उनके समर्थकों द्वारा आयोजित सभा में ऋषि ने सांसद पर खुलकर मनमानी करने के आरोप लगाते हुए रावण की संज्ञा दे दी थी।
भाजपा के प्रदेश मंत्री ऋषि लोधी द्वारा नामांकन पत्र भरने के साथ समाजवादी पार्टी का सिंबल लगाकर दिखाए गए बगावती तेवरों को कंट्रोल में करने के लिए उनको मनाने का प्रयास पार्टी संगठन द्वारा नहीं किया गया तो जबेरा से भाजपा प्रत्याशी को मुश्किल भरे हालात में फसना तय है।
कांग्रेस के अनुराग वर्धन ने भी थामा सपा का हाथ-
दमोह युवक कांग्रेस के अध्यक्ष और पथरिया से कांग्रेस टिकट की दावेदारी करते हुए सतत संपर्क शील अनुराग वर्धन हजारी ने भी कांग्रेस टिकट नहीं मिलने पर आज समाजवादी पार्टी का दामन थामते हुए पथरिया क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र जमा करा दिया है।
बता दें कि वरिष्ठ नेता तथा पथरिया क्षेत्र से पिछले दो चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को मुकाबले की टक्कर दे चुके पुष्पेंद्र हजारी ने इस बार खुद को टिकिट दावेदारी से दूर रख कर अपनी राजनीतिक विरासत बेटे अनुराग वर्धन को सौंप दी थी। अनुराग ने पांच साल तक कांग्रेश के लिए पथरिया क्षेत्र में सतत संपर्क किया। परंतु कांग्रेस द्वारा गौरव पटेल को प्रत्याशी घोषित किए जाने पर पिता-पुत्र ने बगावती तेवर अपनाते हुए समाजवादी पार्टी से फार्म भर कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं।
यह पहला मौका नहीं है जब वरिष्ठ नेता पुष्पेंद्र हजारी ने कांग्रेस का हाथ छोड़ा हो पूर्व में भी वह समाजवादी पार्टी की टिकट पर हटा से लड़कर भाजपा तथा कांग्रेस को नाकों चने चबा चुके हैं बसपा के रास्ते कांग्रेसमें आए श्री हजारी अब अपने बेटे के साथ वापस समाजवादी पार्टी में जाकर कांग्रेस तथा भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगे यह तय है। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान इस बार जिस तरह से भाजपा कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर असंतोष सामने आया है, ऐसा पूर्व के चुनाव में कभी देखने को नहीं मिला। दोनों ही दलों से लंबे समय से चुनाव की तैयारी हेतु अपने क्षेत्र में जन संपर्क में जुटे नेताओं द्वारा पार्टी द्वारा टिकट नहीं देने पर दूसरी पार्टियों का दामन थाम कर या फिर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किए जाने का के हालात लगभग सभी जगह से सामने आ रहे हैं।
बुंदेलखंड का दमोह जिला भी इससे अछूता नहीं है। यहां से रामकृष्ण कुसमरिया पूर्व मंत्री ने भाजपा टिकट नहीं मिलने पर जहां निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल करके सभी को चौंकाया वहीं वरिष्ठ नेता पुष्पेंद्र हजारी ने अपने बेटे अनुराग वर्धन को पथरिया से कांग्रेश टिकट नहीं मिलने पर समाजवादी पार्टी का साथ दिला कर नामांकन दाखिल करा दिया है।
दमोह। जिले के जबेरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा टिकट के प्रबल दावेदार रहे भाजपा के प्रदेश मंत्री राघवेंद्र सिंह ऋषि लोधी विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन निर्दलीय एवं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र जमा करके सभी को चौंका दिया है।
जबेरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने धर्मेंद्र सिंह लोधी को पार्टी प्रत्याशी बनाया है। यहां से पार्टी के पूर्व प्रत्याशी पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री दशरथ सिंह की टिकट को काटकर धर्मेंद्र को मौका दिया गया है। जबकि पिछले 5 साल से पार्टी के प्रदेश मंत्री ऋषि लोधी गांव गांव में सतत संपर्क करते हुए भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हुए थे। पूर्व सांसद और पूर्व विधायक चंद्रभान सिंह जी यहां से भाजपा टिकट के दावेदार थे परंतु इन सभी की दावेदारी को नजरअंदाज करके धर्मेंद्र को पार्टी टिकट दे दी गई।
जिसके बाद दीपावली के दिन तेजगढ़ हर्रई क्षेत्र में 10,000 से अधिक लोगों ने एकत्रित होकर ऋषि लोधी को पार्टी टिकट नहीं दिए जाने पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया था। तथा भाजपा संगठन तक अपनी बात पहुंचाई थी। परंतु पार्टी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और आखिरकार शुक्रवार को ऋषि लोधी ने समर्थकों के साथ दमोह पहुंचकर निर्दलीय प्रत्याशी तथा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर दो नामांकन पत्र दिए।
भाजपा के प्रदेश मंत्री ऋषि लोधी की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी ऋषि लोधी को जानते हैं ।इसके बाद भी उनकी 5 साल की मेहनत पर पानी फेरते हुए पार्टी टिकट कट कर देना आश्चर्यजनक है। ऋषि ने अपनी टिकट कटने के लिए सांसद पहलाद पटेल को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि दीपावली के दिन भी उनके समर्थकों द्वारा आयोजित सभा में ऋषि ने सांसद पर खुलकर मनमानी करने के आरोप लगाते हुए रावण की संज्ञा दे दी थी।
भाजपा के प्रदेश मंत्री ऋषि लोधी द्वारा नामांकन पत्र भरने के साथ समाजवादी पार्टी का सिंबल लगाकर दिखाए गए बगावती तेवरों को कंट्रोल में करने के लिए उनको मनाने का प्रयास पार्टी संगठन द्वारा नहीं किया गया तो जबेरा से भाजपा प्रत्याशी को मुश्किल भरे हालात में फसना तय है।
कांग्रेस के अनुराग वर्धन ने भी थामा सपा का हाथ-
दमोह युवक कांग्रेस के अध्यक्ष और पथरिया से कांग्रेस टिकट की दावेदारी करते हुए सतत संपर्क शील अनुराग वर्धन हजारी ने भी कांग्रेस टिकट नहीं मिलने पर आज समाजवादी पार्टी का दामन थामते हुए पथरिया क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र जमा करा दिया है।
बता दें कि वरिष्ठ नेता तथा पथरिया क्षेत्र से पिछले दो चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को मुकाबले की टक्कर दे चुके पुष्पेंद्र हजारी ने इस बार खुद को टिकिट दावेदारी से दूर रख कर अपनी राजनीतिक विरासत बेटे अनुराग वर्धन को सौंप दी थी। अनुराग ने पांच साल तक कांग्रेश के लिए पथरिया क्षेत्र में सतत संपर्क किया। परंतु कांग्रेस द्वारा गौरव पटेल को प्रत्याशी घोषित किए जाने पर पिता-पुत्र ने बगावती तेवर अपनाते हुए समाजवादी पार्टी से फार्म भर कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं।
यह पहला मौका नहीं है जब वरिष्ठ नेता पुष्पेंद्र हजारी ने कांग्रेस का हाथ छोड़ा हो पूर्व में भी वह समाजवादी पार्टी की टिकट पर हटा से लड़कर भाजपा तथा कांग्रेस को नाकों चने चबा चुके हैं बसपा के रास्ते कांग्रेसमें आए श्री हजारी अब अपने बेटे के साथ वापस समाजवादी पार्टी में जाकर कांग्रेस तथा भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगे यह तय है। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट
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