दमोह पथरिया से बाबा ने निर्दलीय चुनाव बिगुल-
दमोह। बुंदेलखंड की राजनीति के शेर कहे जाने वाले बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामकृष्ण कुसमरिया बाबा जी को मनाने में आज भाजपा के दिग्गज नेताओं का पसीना छूटता नजर आया। कल तक बाबा की आसानी से मान जाने की बात करने वाले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा को आज फिर उड़न खटोले से दमोह आकर बेरंग वापस लौटना पड़ा।
जबकि इस दौरान बाबाजी जटाशंकर धाम में पूर्व मंत्री गंगाराम के साथ दमोह पथरिया से चुनावी मैदान में जनता के आशीर्वाद हैतू भगवान भोलेनाथ का पूजन दर्शन कर रहे थे।
भाजपा में लगातार उपेक्षा पूर्ण व्यवहार व पथरिया से पार्टी टिकट नहीं दिए जाने से नाराज पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया ने पथरिया के अलावा दमोह से भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करके पार्टी को मुश्किल में डाल दिया था। इस दौरान भाजपा में अपनी उपेक्षा से नाराज अन्य नेताओं ने भी बाबाजी को चुनाव मैदान में डटे रहने के लिए बल प्रदान कर दिया था।
हालांकि पार्टी हाईकमान यह मान कर चल रहा था की सरल स्वभाव के बाबा जी सरलता से मान जाएंगे। लेकिन हुआ इसके विपरीत। बाबा जी ने पहले मुख्यमंत्री के फोन को नजरअंदाज किया। फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केे फोन को रिसीव नहीं किया। प्रदेश अध्यक्ष से बात कराने के लिए पूर्व सांसद चंद्रभान सिंह पहुंचे तब भी बात नहीं की। इसके बाद स्वामी अखिलेश्वरानंद ने सकोर पहुंच कर कल भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा से बाबा जी फोन पर बात करआई। फिर भी कोई सार नहीं निकला।
बुधवार को नाम वापसी के अंतिम दिन, अंतिम घंटों में बाबा जी दमोह में एसपीएम नगर आवास में पूर्व मंत्री गंगाराम पटेल एवं पूर्व जिला महामंत्री किशोर अग्रवाल के साथ नजर आए थे इस दौरान उनके बंगले पर कांग्रेस के एक पूर्व राज्यसभा सांसद की मौजूदगी की भी खबर थी। इस बीच प्रभात झा के फिर से दमोह आने की खबर लगते ही कुसमरिया जी गंगाराम के साथ बंगले से गायब हो गए।
इधर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा एक बार फिर दमोह आकर बाबा जी के बंगले पहुंचे। लेकिन बाबाजी बंगले पर नहीं मिले। घंटे भर से अधिक तक बाबा जी के बंगले में प्रभात झा इंतजार करते रहे।इस दौरान स्वामी अखिलेश्वरानंद मोबाइल पर बाबा जी से संपर्क का प्रयास करते रहे। 2:30 बजे तक जब बाबा जी बंगले पर नहीं लौटे तो प्रभात झा को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
दमोह तथा पथरिया से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल करने के बाद नहीं निकालने के वादे पर अटल रहने वाले रामकृष्ण कुसमरिया भगवान भोलेनाथ के दरबार जटाशंकर धाम में गंगाराम पटेल के साथ दर्शन करके चुनावी प्रचार का बिगुल फूंक दिया है।
बाबा कुसमरिया चुनाव मैदान में भाजपा तथा कांग्रेस के लिए कितनी परेशानी पैदा करगे यह चुनाव परिणाम बताएंगे। लेकिन दोनों ही स्थानों से भाजपा प्रत्याशियों को बाबा जी से जुड़े परंपरागत मतों के कटने की चिंता सताने लगी है। कुसमरिया जी का कहना है दोनों ही क्षेत्रों से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ जनता के बीच जाएंगे और जनता का जो फैसला होगा उसे शिरोधार्य करेंगे। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट
दमोह। बुंदेलखंड की राजनीति के शेर कहे जाने वाले बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामकृष्ण कुसमरिया बाबा जी को मनाने में आज भाजपा के दिग्गज नेताओं का पसीना छूटता नजर आया। कल तक बाबा की आसानी से मान जाने की बात करने वाले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा को आज फिर उड़न खटोले से दमोह आकर बेरंग वापस लौटना पड़ा।
जबकि इस दौरान बाबाजी जटाशंकर धाम में पूर्व मंत्री गंगाराम के साथ दमोह पथरिया से चुनावी मैदान में जनता के आशीर्वाद हैतू भगवान भोलेनाथ का पूजन दर्शन कर रहे थे।
भाजपा में लगातार उपेक्षा पूर्ण व्यवहार व पथरिया से पार्टी टिकट नहीं दिए जाने से नाराज पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया ने पथरिया के अलावा दमोह से भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करके पार्टी को मुश्किल में डाल दिया था। इस दौरान भाजपा में अपनी उपेक्षा से नाराज अन्य नेताओं ने भी बाबाजी को चुनाव मैदान में डटे रहने के लिए बल प्रदान कर दिया था।
बुधवार को नाम वापसी के अंतिम दिन, अंतिम घंटों में बाबा जी दमोह में एसपीएम नगर आवास में पूर्व मंत्री गंगाराम पटेल एवं पूर्व जिला महामंत्री किशोर अग्रवाल के साथ नजर आए थे इस दौरान उनके बंगले पर कांग्रेस के एक पूर्व राज्यसभा सांसद की मौजूदगी की भी खबर थी। इस बीच प्रभात झा के फिर से दमोह आने की खबर लगते ही कुसमरिया जी गंगाराम के साथ बंगले से गायब हो गए।
इधर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा एक बार फिर दमोह आकर बाबा जी के बंगले पहुंचे। लेकिन बाबाजी बंगले पर नहीं मिले। घंटे भर से अधिक तक बाबा जी के बंगले में प्रभात झा इंतजार करते रहे।इस दौरान स्वामी अखिलेश्वरानंद मोबाइल पर बाबा जी से संपर्क का प्रयास करते रहे। 2:30 बजे तक जब बाबा जी बंगले पर नहीं लौटे तो प्रभात झा को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
बाबा कुसमरिया चुनाव मैदान में भाजपा तथा कांग्रेस के लिए कितनी परेशानी पैदा करगे यह चुनाव परिणाम बताएंगे। लेकिन दोनों ही स्थानों से भाजपा प्रत्याशियों को बाबा जी से जुड़े परंपरागत मतों के कटने की चिंता सताने लगी है। कुसमरिया जी का कहना है दोनों ही क्षेत्रों से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ जनता के बीच जाएंगे और जनता का जो फैसला होगा उसे शिरोधार्य करेंगे। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट
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