जनप्रतिनिधियों के लिए खेती बना लाभ का धंधा-
मप्र में विधानसभा चुनाव के नामांकन पत्रों के साथ प्रत्याशियों द्वारा प्रस्तुत हलफनामे से स्पष्ट होता है कि उनके लिए खेती लाभ का धंधा साबित हुई है। किसानों को भले ही खेती में जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा हो, सरकार को करोड़ों रु का मुआवजा बांटना पड़ा हो, लेकिन विधायक मंत्रियों के लिए खेती में जबरदस्त फायदा हुआ है। यह बात चुनाव मैदान में उतरे विधायक मंत्रियों के शपथ पत्र बता रहे हैं।
मंत्री श्री मलैया की नगद व जमा राशि 6 करोड़ से 10 करोड़ को पार कर चुकी है। वहीं उनकी पत्नी सुधा मलैया की 7 से 19 करोड़ को पार कर चुकी है। 2013 के शपथ पत्र में नगद राशि 757 लाख 35 हजार 905 रुपये थी। जो 2018 में 1 करोड़ 29 लाख 11 हजार 71 हो गई है। अचल संपत्ति 2013 में 5 करोड़ 40 लाख के करीब थी। जो अब 9 करोड़ के करीब हो गई है। अर्थात 5 सालों में मंत्री मलैया की संपत्ति में सवा 4 करोड़ के करीब का इजाफा बताया गया है। वर्तमान में उनकी कुल संपत्ति 16 करोड़ 17 लाख 95 हजार 495 है।
मंत्री की धर्मपत्नी की संपत्ती 7 से 19 करोड़ हो गई-
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दमोह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी और वित्त मंत्री जयंत मलैया की संपत्ति में भले ही दोगुना हुआ हो इजाफा हुआ हूं लेकिन उनकी धर्म पत्नी सुधा मलैया की संपत्ति करीब 3 गुनी बढ़ गई है श्री मलैया द्वारा वर्ष 2013 और 2018 में भरे गए नामांकन के साथ प्रस्तुत किए गए शपथपत्र में धन संपत्ति का जो ब्योरा दिया गया है उसमें उनकी पत्नी के नाम से लगा दो अचल संपत्ति में करीब 3 गुनी बढ़ोतरी दिख रही है सुधा मलैया की वर्ष 2013 में कुल संपत्ति 7 करोड़ 68 लाख 31 हजार 562 बताई गई थी। जो अब 19 करोड़ 61 लाख 4 हजार 990 हो गई है।
सुधा मलैया ने 2103 में नगद व जमा राशि 2 करोड़ 10 लाख 75 हजार बताई थी जो 2018 में बढ़कर 5 करोड़ 84 लाख, 67 हजार 321 हो गई है। 2013 में उनकी अचल संपत्ति 5 करोड़ 57 लाख 55 हजार 988 थी। जो बढ़कर 13 करोड़ 76 लाख 37 हजार 669 रूपये हो गई हैं। इस तरह इनकी चल अचल संपत्ति में करीब 12 करोड़ की बढ़ोतरी होना शपथ पत्र में दर्शाया गया है। अचल संपत्ति में कृषि गैर कृषि वाणिज्य आवासीय और अन्य भूमि शामिल है।
कांग्रेस प्रत्याशी की संपत्ति 83 लाख 50 हजार-
इधर कांग्रेस प्रत्याशी राहुल सिंह की संपत्ति का विवरण उनके शपथ पत्र के अनुसार देखा जाए तो 83 लाख 50 हजार के करीब है। जिसमे 10 लाख 46 हजार बैंक में जमा है। वहीं उनकी पत्नी रानू सिंह के बाद नगद जमा जेवर मिला कर 16 लाख 70 हजार रुपये की संपत्ति बताई गई है।
मप्र में नोटबंदी और जीएसटी की मार को झेलने वाले आम आदमी को अपना घर परिवार चलाने के लिए भले ही जूझना पड़ा हो लेकिन आम आदमी के वोट से 5 साल के लिए बादशाह बनने वाले जन प्रतिनिधियों की संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ है। आय मे वृद्धि का आंकड़ा सैकड़ों हजारों में नहीं बल्कि लाखों करोड़ों में है। यह वृद्धि अकेली मंत्री जयंत मलैया उनके परिवार की नहीं हुई है बल्कि मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों एवं देश में ऐसे अनेकों जन प्रतिनिधि हैं जिनकी आए लगातार बढ़ रही है। ऐसे में कहा जा सकता है नेतागिरी सबसे अधिक फायदे का धंधा है। तभी तो चुनाव लड़ने के लिए नेताओं में होड़ लगी रहती है। अभिजीत जैन की रिपोर्ट
मप्र में विधानसभा चुनाव के नामांकन पत्रों के साथ प्रत्याशियों द्वारा प्रस्तुत हलफनामे से स्पष्ट होता है कि उनके लिए खेती लाभ का धंधा साबित हुई है। किसानों को भले ही खेती में जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा हो, सरकार को करोड़ों रु का मुआवजा बांटना पड़ा हो, लेकिन विधायक मंत्रियों के लिए खेती में जबरदस्त फायदा हुआ है। यह बात चुनाव मैदान में उतरे विधायक मंत्रियों के शपथ पत्र बता रहे हैं।
5 साल में मंत्री जयन्त मलैया की संपत्ति दोगुनी-दमोह विधायक और प्रदेश के वित्त मंत्री जयंत मलैया की संपत्ति 5 साल में बढ़कर दोगुनी से ज्यादा हो गई है। 2013 शपथ पत्र में श्री मलैया की चल अचल संपत्ति 13.65 करोड़ रुपये थी। जो 29.42 करोड़ हो चुकी है। कृषि, ब्याज और वेतन को आय का प्रमुख स्रोत बताने वाले श्री मलैया ने पिछले वित्तीय वर्ष में 41 लाख रुपए की आय का रिटर्न फाइल किया था। जबकि 2013-14 में उनकी सालाना आय 13 लाख रुपए ही थी। यानी 5 साल में उनकी सालाना आय 3 गुना बढ़ चुकी है।
मंत्री की धर्मपत्नी की संपत्ती 7 से 19 करोड़ हो गई-
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Atalnews24:सुधा मलैया ने 2103 में नगद व जमा राशि 2 करोड़ 10 लाख 75 हजार बताई थी जो 2018 में बढ़कर 5 करोड़ 84 लाख, 67 हजार 321 हो गई है। 2013 में उनकी अचल संपत्ति 5 करोड़ 57 लाख 55 हजार 988 थी। जो बढ़कर 13 करोड़ 76 लाख 37 हजार 669 रूपये हो गई हैं। इस तरह इनकी चल अचल संपत्ति में करीब 12 करोड़ की बढ़ोतरी होना शपथ पत्र में दर्शाया गया है। अचल संपत्ति में कृषि गैर कृषि वाणिज्य आवासीय और अन्य भूमि शामिल है।
कांग्रेस प्रत्याशी की संपत्ति 83 लाख 50 हजार-
इधर कांग्रेस प्रत्याशी राहुल सिंह की संपत्ति का विवरण उनके शपथ पत्र के अनुसार देखा जाए तो 83 लाख 50 हजार के करीब है। जिसमे 10 लाख 46 हजार बैंक में जमा है। वहीं उनकी पत्नी रानू सिंह के बाद नगद जमा जेवर मिला कर 16 लाख 70 हजार रुपये की संपत्ति बताई गई है।
मप्र में नोटबंदी और जीएसटी की मार को झेलने वाले आम आदमी को अपना घर परिवार चलाने के लिए भले ही जूझना पड़ा हो लेकिन आम आदमी के वोट से 5 साल के लिए बादशाह बनने वाले जन प्रतिनिधियों की संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ है। आय मे वृद्धि का आंकड़ा सैकड़ों हजारों में नहीं बल्कि लाखों करोड़ों में है। यह वृद्धि अकेली मंत्री जयंत मलैया उनके परिवार की नहीं हुई है बल्कि मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों एवं देश में ऐसे अनेकों जन प्रतिनिधि हैं जिनकी आए लगातार बढ़ रही है। ऐसे में कहा जा सकता है नेतागिरी सबसे अधिक फायदे का धंधा है। तभी तो चुनाव लड़ने के लिए नेताओं में होड़ लगी रहती है। अभिजीत जैन की रिपोर्ट
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