ट्राफिक कर्मी के सेवाभावी प्रयास फिर रंग लाए-
दमोह। आमतौर पर ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारियों को लोग अच्छी नजरों से नहीं देखते लेकिन नगर में एक ऐसा ट्रैफिक कर्मी भी है जो आए दिन अपने सेवाभावी कार्यों के कारण चर्चा का विषय बना रहता है। आज फिर उसके द्वारा किए गए ऐसे ही सेवाभावी कार्य की वजह से हम उसकी खबर आप तक पहुंचाने के लिए मजबूर हो गए हैं।
दमोह जिला मुख्यालय से करीब 70 किमी दूर तारादेही थाना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र से जिला अस्पताल में इलाजरत मगन प्रजापति स्वास की बीमारी से पीड़ित थे। अस्पताल प्रबंधन ने इनके उपचार से हाथ खड़े करते हुए परिजनों से जबलपुर ले जाने को कहा। परंतु आर्थिक रूप से कमजोर परिवार वालों की इतनी भी गुंजाइश नहीं थी कि वह मगन प्रजापति को जबलपुर ले जा सके। थक हार कर परेशान परिजन मगन को वापस गांव ले जाने के लिए बस स्टैंड लेकर पहुंचे थे।
इस दौरान मगन की सांसे थम गई और परिजन बस स्टैंड पर ही करुण विलाप करने लगे। जिसे देख कर ट्रैफिक पुलिसकर्मी दिनेश गोस्वामी उनके पास पहुंचकर जब हालात को जाना तो उनका सेवाभावी मन फिर द्रवित हो उठा। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए आसपास के दुकान दारों को हालात की जानकारी दी और लोगों ने कुछ ही देर में करीब 3000 रुपये संग्रहित कर लिए। लगभग इतनी ही राशि ट्रैफिक कर्मी ने अपने पास से भी दे दी।
यह राशि कफन दफन के इंतजाम हेतु मृतक के पुत्र छोटू को देते हुए शव वाहन का इंतजाम कराया।और शव को उनके गांव रवाना कराया गया। इस दौरान मौजूद लोगों का कहना था यदि ट्रैफिक पुलिस कर्मी दिनेश गोस्वामी इस गरीब ग्रामीण बीमार मृतक के की मदद हेतु पहल करते हुए उन लोगों को प्रेरित नहीं करते तो शायद वह लोग भी इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता दर्ज नहीं करा पाते।तनुज पाराशर की रिपोर्ट
दमोह। आमतौर पर ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारियों को लोग अच्छी नजरों से नहीं देखते लेकिन नगर में एक ऐसा ट्रैफिक कर्मी भी है जो आए दिन अपने सेवाभावी कार्यों के कारण चर्चा का विषय बना रहता है। आज फिर उसके द्वारा किए गए ऐसे ही सेवाभावी कार्य की वजह से हम उसकी खबर आप तक पहुंचाने के लिए मजबूर हो गए हैं।
दमोह जिला मुख्यालय से करीब 70 किमी दूर तारादेही थाना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र से जिला अस्पताल में इलाजरत मगन प्रजापति स्वास की बीमारी से पीड़ित थे। अस्पताल प्रबंधन ने इनके उपचार से हाथ खड़े करते हुए परिजनों से जबलपुर ले जाने को कहा। परंतु आर्थिक रूप से कमजोर परिवार वालों की इतनी भी गुंजाइश नहीं थी कि वह मगन प्रजापति को जबलपुर ले जा सके। थक हार कर परेशान परिजन मगन को वापस गांव ले जाने के लिए बस स्टैंड लेकर पहुंचे थे।
इस दौरान मगन की सांसे थम गई और परिजन बस स्टैंड पर ही करुण विलाप करने लगे। जिसे देख कर ट्रैफिक पुलिसकर्मी दिनेश गोस्वामी उनके पास पहुंचकर जब हालात को जाना तो उनका सेवाभावी मन फिर द्रवित हो उठा। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए आसपास के दुकान दारों को हालात की जानकारी दी और लोगों ने कुछ ही देर में करीब 3000 रुपये संग्रहित कर लिए। लगभग इतनी ही राशि ट्रैफिक कर्मी ने अपने पास से भी दे दी।
यह राशि कफन दफन के इंतजाम हेतु मृतक के पुत्र छोटू को देते हुए शव वाहन का इंतजाम कराया।और शव को उनके गांव रवाना कराया गया। इस दौरान मौजूद लोगों का कहना था यदि ट्रैफिक पुलिस कर्मी दिनेश गोस्वामी इस गरीब ग्रामीण बीमार मृतक के की मदद हेतु पहल करते हुए उन लोगों को प्रेरित नहीं करते तो शायद वह लोग भी इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता दर्ज नहीं करा पाते।तनुज पाराशर की रिपोर्ट
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